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Title: वीर सपूत-1
Author: Unknown
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वीर सपूत संपतलाल मेघवाल देश के लिए मर मिटने का जज्बा हर भारतवासी के मन में शुरू से रहा हैं। फिर चाहे वह किसी भी कौम या मजहब का हो। जब भी म...
वीर सपूत संपतलाल मेघवाल

देश के लिए मर मिटने का जज्बा हर भारतवासी के मन में शुरू से रहा हैं। फिर चाहे वह किसी भी कौम या मजहब का हो। जब भी मौका आया,मेघवाल समाज भी देश के लिए कुर्बानी देने में हमेशा आगे रहा हैं। छत्तीसगढ़ राज्य के दंतेवाड़ा में चिंतलनार क्षेत्र में हुए नक्सली हमले में के टीटनवाड़ के लाड़ले संपतलाल पुत्र मंगलाराम मेघवाल की शहादत को देश सदैव याद रखेगा। संपतलाल सीआरसीएफ में एमटी ड्राईवर थे। संपतलाल काफी मिलनसार थे।
संपतलाल 17 अक्टूबर 74 में जन्मे थे। शहीद ने 11 वीं तक की शिक्षा ग्रहण की थी। जनवरी 94 में सीआरसीएफ की 89 बटालियन में भर्ती हुए। जून 99 को जवाहरपुरा नुआं में शादी हुई। 32 वर्षीय पत्नी सरोजदेवी गांव में ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता है। शहीद का बड़ा बेटा मयंक आठ साल का है और चौथी में पढ़ता है। छोटी बिटिया वंशिका चार साल की है और यूकेजी में पढ़ रही है।
शहीद के परिवार में 60 वर्षीया माता दडकी देवी के अलावा एक बडे़ भाई ग्यारसी लाल है जो बैंक में सहायक मैनेजर के पद पर कार्यरत है। शहीद की दो बहिनें बिमला और संतोष हैं,जो विवाहित हैं। शहीद सम्पत लाल चार भाई बहिनों में सबसे छोटा था। बताया जाता हैं कि संपत दो माह की छुट्टी काटकर 24 फरवरी को ही ड्यूटी पर लौटा था।
तीन रोज पहले ही संपत ने अपनी पत्नी को फोन कर घर के हालचाल पछते हुए बताया था कि ऑपरेशन पर जा रहा हूं। तीन रोज का टूर है। जल्दी ही छुट्टियां लेकर घर लौटूंगा। लेकिन होनी को कुछ ओर ही मंजूर था। छह अप्रेल 2010 को सीआरसीएफ टुकड़ी पर हुए हमले में संपतलाल शहीद हो गए।
शहीद सम्पत लाल मेघवाल की अंत्येष्टि भी आठ अप्रेल 2010 को पूर्ण राजकीय एवं सैनिक सम्मान के साथ राजस्थान में उनके पैतृक गांव झुंझुनूं जिले की उदयपुरवाटी पंचायत समिति के टीटनवाड गांव में की गई। सहकारिता मंत्री परसादी लाल मीणा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार शर्मा,पर्यटन राज्य मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढा, सांसद शीशराम ओला, जिला प्रमुख डॉ. हनुमान प्रसाद,उप जिला प्रमुख विद्याधर सिंह गिल, पुलिस महानिरीक्षक एम.एल. लाठर, जिला कलेक्टर आलोक गुप्ता, जिला पुलिस अधीक्षक अजयपाल लाम्बा सहित बडी संख्या में शहीद के परिजनों एवं जन प्रतिनिधियों तथा ग्रामीणों ने गांव के लाडले को पुष्प चक्र व पुष्प मालाएं चढाकर श्रद्घांजलि अर्पित की। पूरे देश और मेघवाल समाज को भारत माता के ऐसे वीर सपूतों पर गर्व हैं।

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  1. सार्थक आलेख !

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  2. नववर्ष की ढेरों हार्दिक शुभभावनाएँ.

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  3. रगाराम (रगु) सोलंकी , बागोङा , जालोर राज.
    (ये मेरी स्वलिखीत रचना है)

    मोरे करयोङी एम ए बीए पास , नोकरी कौन आइ।
    ओठे चाईजे चैक अर मोटो जैक , हरेक आदमी कटाती लाइ।।

    हमे बढयोङो घणो है भष्टाचार,
    लोगो रे कने कोनी है रोजगार,
    देखो केङी गेली है सरकार ,
    अफसरो रे छोरो ने करे पेला नोकरीदार।

    सरकारी वैकेँसी पेला रे खोलावे ,
    बेरोजगार गणाई फार्म भरावे ,
    वैकेँसी मे पेला ती छोरा परा लेरावे ,
    लारती पछे गणी न गणी फार्मल्टी करावे,

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  4. BLOG KI LIYE PROMAD G KO THANKS AB HAM BHI APANI BAT IS PR RAH SAKEGE @ KKSAROWA @

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  5. KOI BHI SAMAJ JAB TAK AAGE NAHI BADH PAYA H JAB USNE APNE SAMAJ ME JANME SANTO KA SAMMAN NAHI KIYA HAMARI KESI VIDMBANA H KI HAM AMBEDKAR, KABIR,RAVIDAS KI POOJA N KARKE DUSARE SAMAJ ME JANME BABA KI POOJ GHAR GHAR ME KARTE H GANW GANW ME MANDIR BANATE H OR SAN SE KAHTE KI MANO HAME SARE ADHIKAR ISI NE DIYE HO HAM DUSARE SAMAJ ME JANME LOGO KI POOJA KARKE AAGE NAHI BADH SAKATE YADI HAME AAGE BADHANA TO BABA SAHIB AMBEDKAR SANT KABIR OR SANT RAIDAS KI POJA GHAR GHAR ME KARANI HOGI GANW GANW ME MANDIR BANANE HOGETABHI HAM AAGE BADH PAYEGE ARE MERE SAMAJ SAMAJ K LOGO TUM AB TO MANUVADIYO K BANAYE HUYE IS MAYARUPI JAL SE BAHAR NIKALO VARNA AB PACHHTA RAHE HO OR AAGE PACHHTOGE KAMLESH SAROWA JHUNJHUNU

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